आओ मिलकर भारत का चरित्र निर्माण करे
आपके परिवार की आने वाली पीढ़ी बारे में सोचिए
क्या आप अपने बच्चो के भविष्य को संवारने के लिए मेरे इस अभियान में साथ देंगे व्यक्ति से परिवार बनता है परिवार से समाज सल, समाज से देश और इसी देश का चरित्र निर्माण व्यक्ति के चरित्र निर्माण से होगा
और किसी भी व्यक्ति के चरित्र निर्माण में उसके समाज और परिवार का बहुत बड़ा योगदान होता है।
और मेरा सपना है कि भारत के हर घर से मर्यादा पुरुषोत्तम राम जैसा पुत्र और सीता जैसी पूत्री जन्म ले लछमन जैसा भाई और हनुमान जैसा भक्त हो जो अपनी स्वामी के लिए कुछ भी कर सके सरवन कुमार जैसा बेटा हो।
और ये सब मुमकिन है शिक्षा माध्यम से हमें अपने देश को अगर विश्व गुरु बनना है तो भारत की आने वाली पीढ़ी को रामचरित मानस जरूर स्कूल में बचपन से पड़ाया जाना चाहिए ।
और साथ ही एक पीढ़ी को हमें इस वर्तमान समाज से दूर रखना पड़ेगा क्योंकि वर्तमान समाज में चरित्र को बिगाड़ने वाले तत्त्व
लगभग =90%है जिसमें आप अपने बेटे या बेटी के चरित्र का सही निर्माण नहीं कर सकते।जब हमारी कोई बेटी या बेटा किसी गलत इंसान के संगत में आकर अपना चरित्र बिगाड़ लेते है क्योंकि उनकी इस समाज ने
माहौल ही ऐसा बना दिया है।
अगर भारत की एक पीढ़ी का चरित्र निर्माण करने में सफल हो गए फिर भारत दुनिया का मार्ग दर्शन करेगा और विश्व गुरु की उपाधि भारत को मिलेगी
हमें भारत के बच्चो को यह शिक्षा देनी है कि चरित्र से बढ़कर कोई चीज नहीं है
शिक्षा देने के साधन
1. सोशल मीडिया
2.किताबे
3.फिल्में
4.स्कूल
इन सबके माध्यम सेहम चरित्र का पाठ बच्चो पड़ाए
और मेंआप सभी मुझसे जुड़े और हम मिलकर इस अभियान को आगे बढ़ाएं अपने बेटे और बेटियों लिए
आप मुझसे जुड़े और आपके विचार हमें भेजें
जय हिन्द जय भारत
7224900429
प्रधान सिंह
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